Ticker

6/recent/ticker-posts

Ad Code

Responsive Advertisement

ब्रेकिंग न्यूज़: मुस्लिम लीडरशिप 40 unber 40 मैं 70 उम्मीदवारों को किया सिलेक्ट।

 अल्लामा इकबाल का बहुत बड़ा शैर है। 

सबक फिर  पढ़  सदाकत का, सुजात का अदालत का लिया जाएगा तुझे काम दुनिया की इमामत का।

उम्मते मुस्लिमां ने और मुसलमा नो ने हरदौरमें दुनिया की कीआदत और इमामत की है। जब भी दुनिया में मुश्किल आई है तो मुसलमान ने ही दुनिया को मुश्किलों से नजात दिलाई है । लेकिन आज  मुसलमान  ही मुश्किल में है। कोशिश यही है कि दोबारा मुसलमान के हाथ में लीडरशिप आए और जिस जगह पर जैसे लीडर की जरूरत हो वहां वैसे लीडर तैयार किये जाए। पिछले कई सालों से मुसलमान के हाथ में कोई पावर की लीडरशिप नहीं है इसका में रीजन वही है यही है कि हमारे अंदर लीडर्स की कोई शिक्षा नहीं दे रहा है। लीडर्स को गाइड करने का कोई मजबूत इदारा नहीं था कि लीडर्स किस तरीके से काम करेंगे और सही दिशा दिखाने वाला कोई  मजबूत इंस्टीट्यूशन नहीं था हमारे अंदर। इसीलिए लीडर्स को ट्रेनिंग देने के लिए इदारा खोला गया है ताकि वहां पर लीडर्स को गाइड किया जा सके और किस तरीके से उनको लीडरशिप करनी है । उसका पूरा का पूरा ज्ञान देने के लिए 

ऑल इंडिया मुस्लिम डेवलपमेंट काउंसिल ने बकायदा यह मोहिम चलाई है। जहां लीडर्स को तैयार किया जाए उनको  तालीम दी जाए। 1 साल पहले उन्होंने निर्णय लिया था कि 40 से लीडर्स को तैयार किया जाए । पूरे मुल्क से जो सलाहित रखते  हो लीडरशिप की ।  जिसको खिदमत करना हो । जो मुल्क में मुसलमान की  कीआदत कर सके। ऐसे लोगों को तैयार करने के लिए ऑल इंडिया मुस्लिम डेवलपमेंट काउंसिल ने देश के बड़े-बड़े धनेश्वर से बात की।  और ऐसा प्रोग्राम का आयोजन बनाया। जिसमें देश के हर कोने-कोने से जो काबिल लोग हो जो लीडरशिप करना चाहते हो उनको फॉर्म भरना होता है। उनमें से सबसे ज्यादा काबिल लोगों का सिलेक्शन होना होता है। इस म मुंहिम में जुड़ने के लिए तकरीबन 1000 लोगों ने अप्लाई किया। उनमें से काबिल 150 लोगों को बेंगलुरु बुलाया गया। वहां उन लोगों का इंटरव्यू हुआ । लोगों के सामने बोलने का मौका दिया गया । जहां बड़े-बड़े लोग थे मौलाना मोहम्मद मदनी भी वहां पर मौजूद थे । और भी कई सारे देश के बड़े-बड़े लोग मौजूद थे। फिर उनमें से 70 लोगों का सिलेक्शन हुआ। सिर्फ 40 लोगों का ही सिलेक्शन करना था लेकिन ज्यादा काबिल लोग उसमें मौजूद थे इसलिए 70 को सेलेक्ट किया उससे कम लोगों को सेलेक्ट करना पॉसिबल नहीं था। अब उन 70 लोगों को जिम्मेदारी दी जाएगी। कि उनको किस तरीके से काम करना है और कैसे काम करना है। उनको ट्रेनिंग भी दी  जाएगी । और उनको सब चीज सिखाई भी जाएगी। के उन्हें किस तरीके से लीडरशिप करनी है और काम करना है।

Post a Comment

0 Comments